शीत ऋतु में अक्सर हमारी भूख बढ़ जाती है लेकिन सर्दी की वजह से शारीरिक गतिविधियाँ बेहद कम हो जाती है लिहाजा वजन बढ़ना स्वाभाविक सी बात है। लेकिन हम चर्चा कर रहे हैं एक बेहद आसान तरीके कि जिससे नहीं बढ़ेगा आपका वजन और उस नुस्खे का नाम है शकरकंद।
शकरकंद पोषक तत्वों जैसे कॉर्बोहाइड्रेट, फाइबर और फैट फ्री कैलोरी का पावरहाउस है। ये आलू का स्वादिष्ट और सेहतमंद विकल्प है। एक ऐसी चीज जिसे वेट कंट्रोल करने की प्रक्रिया में लगभल सभी लोग अवॉइड करते हैं वह है- स्वीट डिशेज और आलू। दरअसल, आलू में कॉर्बोहाइड्रेट और स्टार्च बहुत ज्यादा मात्रा में रहता है जो कि बॉडी के लिए सही नहीं होता।
इसलिए अगर हम बाकी स्वीट डिशेज और आलू की जगह शकरकंद को अपनी डायट का हिस्सा बनाएं तो ये हमारे लिए काफी सेहतमंद साबित हो सकता है। अगर शकरकंद के न्यूट्रिशनल वैल्यू की बात करे तो इसमें केवल 112 कैलोरी होती हे, जो कि इसके काफी सेहतमंद बनाता है। शकरकंद में फाइबर की मात्रा एक बोल ओटमील से भी ज्यादा होती है जिससे की आपका पेट भी भर जाता है और आपका वेट कंट्रोल में रहता है।
ये शरीर के लिए आवश्यक शुगर प्रोवाइड करता है। इसमें लो ग्लाइमेक्स इंडेक्स होता है जो कि बॉडी में ब्लड शुगर के स्तर को मैनेज रखता है और साथ ही साथ वेट कंट्रोल में भी मदद करता है। जो लोग एक हेल्दी डायट प्लान कर रहे हों उनके लिए शकरकंद शरीर को हाइड्रेटेड रखता है क्योंकि इसमें पानी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है,जो कि ब्लड सेल्स को ऊर्जा देता है और मेटाबॉलिज्म प्रॉसेस को तेज करता है। साथ ही शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
ज्यादातर लोग वेजिटेबल्स की बजाय शकरकंद इसलिए इस्तेमाल करते हैं क्योंकि ये काफी आसानी से बन जाता है और इसे बनाने में समय कम लगता है। इसे आप उबाल कर, स्टीम कर या बेक करके भी खा सकते हैं। ये हर हाल में शरीर के लिए फायदेमंद ही होता है और वेट कंट्रोल करता है। आप शकरकंद की चाट बनाकर भी इसे खा सकते हैं। इसे सूप के तौर पर भी बिना किसी टेंशन के लिए जा सकता है।
वैद्य महेश चन्द्र शर्मा