फरवरी और मार्च में ठंड के विदा लेते दिन और गर्मी की आहट देते दिन मिलाजुला अनुभव देते हैं। इसी मौसम में याद आने लगती है रसीले शरबतों की। आइए जानते हैं कि कौन से ज्यूस किस बीमारी में लाभदायक हैं….
व्हीट ग्रास जूस-
विटमिन ए, बी, सी और मिनरल्स-युक्त, डिटाॅक्सीफिकेशन, कैंसर, त्वचा व दांत संबंधी परेशानियों, एनीमिया में लाभदायक।
अस्थमा- मुलैठी का पानी
एनीमिया- वेजटेबल जूस गाजऱबंद गोभी, सेलेरी, चुकंदर, पालक, व्हीट ग्रास जूस
एनाॅरेक्सिया नर्वोसा:
गाजर जूस, छाछ, आॅरेंज और लाइम जूस के अलावा सेब और अनन्नास जैसे फल
आर्थराइटिस –
(आॅस्टियोपरोसिस) वेजटेबल जूस, गाजर, सेलेरी, चुकंदर का जूस
सिरोसिस- सेब, नाशपाती, अनन्नास जूस
कोलाइटिस – पपीते का जूस, छाछ-मठ्ठा और बेल का जूस
काॅन्स्टीपेशन –
पालक का सूप, पका अमरूद, नाशपाती, सेब, एलोवेरा जूस
डायबिटीज-
खीरा, प्याज, लहसुन, करेला जूस, मेथी पाउडर
डायरिया- आॅरेंज जूस, कैरट सूप, जीरा पानी
हेयर फाॅल- लैट्यूस़स्पिन्च जूस
फटीग- चुकंदर, गाजर का जूस, खीरे का रस। सेब, अंजीर, बींस सूप
हार्ट प्राॅब्लम्स-
पानी के साथ शहद, आंवला जूस, सेब, बादाम। हाइपरटेंशन- लहसुन, आंवला जूस, खीरे का जूस, घीया जूस
हाइपोटेंशन –
चुकंदर जूस, छाछ, वेजटेबल सूप, नींबू-पानी
डाइजेशन प्राॅब्लम-
अनन्नास जूस, लेमन जूस।
वैद्य महेश चन्द्र शर्मा