कोरोना महामारी ने न केवल देश-दुनिया की अर्थव्यवस्था को काफी चोट पहुंचाई है बल्कि बहुत लोगों के घर का बजट भी बिगाड़ दिया है। आगे ऐसे किसी भी संकट का सामना करने के लिए आपको अभी से तैयार होना पड़ेगा। केंद्र सरकार की कई ऐसी योजनाएँ हैं जो आपके बुढ़ापे का सहारा बन सकती हैं। अटल पेंशन योजना, पीएम श्रमयोगी मानधन योजना, पीएम किसान मानधन योजना और प्रधानमंत्री लघु व्यापारी मानधन जैसी योजनाओं में थोड़ा बहुत निवेश आपके बुढ़ापे की लाठी बन सकता है। आइए, जानें इन योजनाओं के बारे में…
अटल पेंशन योजना
मोदी सरकार की अटल पेंशन योजना में उम्र और प्लान के हिसाब से कोई भी व्यक्ति कम से कम 42 रुपये महीने से लेकर 1,318 रुपये मासिक तक जमा कर सकता है। अगर आप 18 साल के हैं तो और आपको 60 साल में 1,000 रुपये मासिक पेंशन चाहिए तो उसके लिए हर महीने 42 रुपये देना होगा। अगर 22 साल की उम्र में इस योजना से जुड़ते हैं और रिटायरमेंट के बाद 1,000 रुपये मासिक पेंशन चाहते हैं तो उसे हर महीने 59 रुपये जमा करने होंगे। इसी तरह यदि कोई शख्स 5,000 रुपये पेंशन चाहता है तो उसे 292 रुपये मासिक जमा करने होंगे। 60 साल की उम्र से आपको पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।
पीएम किसान मानधन योजना
इस योजना के तहत 18 साल से लेकर 40 उम्र में कोई भी किसान इसमें निवेश कर सकता है। उसे 60 की उम्र तक 55 रुपये महीने से 200 रुपये महीने के बीच योगदान देना होता है। इस योगदान पर 60 की उम्र के बाद किसानों को योजना के तहत 3 हजार रुपये महीना या 36 हजार रुपये सालाना पेंशन मिलती है। अगर 18 साल की उम्र में जुड़ते हैं तो मासिक अंशदान 55 रुपये या सालाना 660 रुपये होगा। वहीं 40 की उम्र में जुड़ते हैं तो 200 रुपये महीना या 2400 रुपये सालाना योगदान करना होगा। पीएम किसान मानधन में जितना योगदान किसान का होगा, उसी के बराबर योगदान सरकार भी पीएम किसान अकाउंट में करेगी। यानी अगर आपका योगदान 55 रुपये है तो सरकार भी 55 रुपये का योगदान करेगी। अब तक इस स्कीम से 20 लाख से अधिक किसान जुड़ चुके हैं।
प्रधानमंत्री लघु व्यापारी मानधन योजना
मोदी सरकार ने छोटे कारोबारियों के लिए पेंशन प्लान शुरू किया है। इसमें कारोबारियों को 60 साल की उम्र के बाद 3,000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए काॅमन सर्विस सेंटर पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए आधार नंबर और बैंक खाता के अलावा अन्य किसी डाॅक्यूमेंट की जरूरत नहीं होगी। इस योजना के तहत 18 साल से 40 साल तक के कारोबारी जुड़ सकते हैं और उन्हें उम्र के आधार पर मासिक अंशदान करना होगा जो बेहद मामूली होगा।अगर मासिक प्रीमियम 50 रुपये या 100 रुपये होगा तो सरकार भी इसमें इतना ही योगदान अपनी ओर से करेगी।
पीएम श्रमयोगी मानधन योजना
असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना शुरू की है। सरकार ने इस पेंशन स्कीम की शुरुआत साल 2019 में की थी। इसमें आपको 60 साल के बाद 3,000 रुपये मासिक पेंशन मिलेगी। मेड, ड्राइवर, प्लंबर, मोची, दर्जी, रिक्शा चालक, धोबी और खेतिहर मजदूर इसका फायदा उठा सकते हैं। इसके तहत ऐसे लोगों को 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद हर महीने 3000 रुपये की न्यूनतम पेंशन मिलेगी। साथ ही पेंशन पाने के दौरान यदि लाभार्थी की मृत्यु हो जाती है तो उसकी पेंशन की 50 फीसदी धनराशि उसके जीवनसाथी को पेंशन के रूप में दी जाएगी। इस स्कीम के जरिए अब तक 43.7 लाख लोग जुड़ चुके हैं।
गोविन्द शर्मा