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लज्जावान और निर्लज्ज
मुद्रा और स्वास्थ्य ताड़ासन (सम स्थिति से)
मोक्ष प्राप्ति के साधन हैं- सम्यक् ज्ञान, सम्यक् दर्शन और सम्यक् चरित्र
सत्यशोधक समाज के आकांक्षी थे महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले
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