( महात्मा गाँधी के १५० वें जन्म वर्ष के सन्दर्भ में ) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को शब्दों में बांधना अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। महात्मा गांधी के विचारों की सरलता और गहरा... Read more
भविष्य का भारत – संघ का दृष्टिकोण (तृतीय दिवस) प्रश्न- हिन्दुत्व के संबंध में। क्या हिन्दुत्व को हिन्दुईज्म कहा जा सकता है? देश में अन्य मत पंथों के साथ हिन्दुत्व का तालमेल कैसे संभव है? क्... Read more
भविष्य का भारत – संघ का दृष्टिकोण (द्वितीय दिवस) मंच पर उपस्थित माननीय संघचालकगण। उपस्थित सभी महानुभावों, माताओं, बहनों। कल हमने देखा कि किस प्रकार और किस कार्य के लिए संघ की स्थापना हुई। औ... Read more
भविष्य का भारत – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण ( मान्यवर मोहन राव भगवत का प्रथम दिवस का उदबोधन ) “मंचस्थ माननीय संघचालक वर्ग, उपस्थित सभी महानुभाव माताओं, बहिनों। “ संघ को... Read more
भारत रत्न अटल बिहारी वाजयेपी आज भले ही सशरीर हमारे बीच नहीं हैं, परन्तु उनका पूरा जीवन एक मिसाल है। उनके व्यक्तित्व और विचारों से सीख लेकर उन्हें अपने जीवन में उतारना ही उनके प्रति सच्ची श्र... Read more
अखण्ड भारत बनने से साकार होगा वैश्विक शांति एवं समृद्धि का स्वप्न अखंड भारत हमारा सपना ही नही है श्रद्धा है, निष्ठा है। भारत को विभाजन का घाव बहुत बार सहन करना पड़ा है। खंडित भारत मे एक सशक्त... Read more