करवट बदलती रहती है हमेशा जिंदगी
काँटों और फूलों के संग झूलती जिंदगी
खट्टे-मीठे अनुभव में बँधी हुई थिरकती
परीक्षा लेती दरिया सी बहती जिंदगी ।
आज-कल का नहीं है ये सफर जिंदगी का
सदियों से चला आ रहा दौर मुश्किलों का
हार-जीत के पलड़े होते रहते ऊँचे-नीचे
परीक्षा की सुई दौड़ती वक्त के आगे-पीछे ।






