नारी सृष्टि का आधार है। नारी के बिना संसार की हर रचना अपूर्ण तथा रंगहीन है। नारी मृदु होते हुए भी कठोर है। उसमें पृथ्वी जैसी सहनशीलता, सूर्य जैसा ओज तथा सागर जैसा गांभीर्य एक साथ दृष्टिगोचर... Read more
स्वामी विवेकानन्द से दीक्षित होकर ‘भगिनी निवेदिता’ के नाम से सम्पूर्ण भारत में प्रसिद्ध हुईं इस आयरिश महिला का मूल नाम मार्गरेट एलिजाबेथ नोबुल था। नोबुल का जन्म 28 अक्टूबर, 1867 ई. को आयरलैण... Read more
श्री गुरु गोविन्द सिंह जी वस्तुतः सर्वंशदानी कर्मयोगी थे। योद्धा-सैनिक और संत दोनों की आत्मा उनमें समाहित थी। जन-सेवा, धर्म-साधना एवं वीरोचित कर्म से राष्ट्र रक्षा करते हुए वे समाज सुधारक एव... Read more