दीपक तो जलता यहाँ सिर्फ एक ही बार
दिल लेकिन वो चीज है जले हजारों बार
जीवन का रस्ता पथिक सीधा सरल न जान
बहुत बार होते गलत मंजिल के अनुमान
सेज है सूनी सजन बिन, फूलों के बिन बाग
घर सूना बच्चों बिना, सिंदूर बिना सुहाग
तोड़ो, मसलो या कि तुम उस पर डालो धूल
बदले में लेकिन तुम्हें खुशबू ही दे फूल







