एक पुरानी कहावत है कि, अगर कुबेर भी अपनी आय से ज्यादा खर्च करें तो वो भी कंगाल हो जाएगा। इसलिए खर्चों की सीमा तय होना बहुत ही जरूरी है। साथ ही जरूरी है उसी आय में से बचत करना और ये आदत मां-बाप को अपने बच्चों में भी डालनी चाहिए। मंहगाई के इस दौर में जरूरी है कि बच्चें भी पैसों का मोल सीखें। उन्हें प्यार से समझाए तथा फिजूलखर्ची की बजाय बचत करने के लिए बढ़ावा दें, जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल हो।
पैसों की बचत करना उन कार्यों में से एक है जो कहना वास्तव में करने से बहुत आसान है – हर कोई यह जानता है कि लंबे समय में पैसा बचाना समझदारी है, लेकिन हम में से कई अभी भी इसे करने में कठिनाई महसूस करते हैं। बचत के लिए खर्च कम करने के अलावा भी और कई रास्ते हैं। स्मार्ट मनी-सेवर्स को अपनी आय को बढ़ाने के साथ-साथ मौजूदा पैसों को कैसे अच्छी तरह से खर्च करें पर विचार करने की जरूरत है। निम्न बिन्दुओं से शुरुआत करें, जिसमे वास्तविक लक्ष्यों को निर्धारित करना, अपने खर्चो पर नजर रखना और अपने पैसो पर लंबी अवधि में लाभ प्राप्त करना शामिल है।
आपातकाल के लिए बचत करें
यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपके पास खुद के लिए और अपने परिवार के लिए पर्याप्त बचत है। अपने मासिक खर्च को छह से नौ महीने तक अलग रखें। आपात स्थिति में यह जमा राशि आपके काम आएगी।
अपने खर्च को कम करें
अपने सभी खर्चों के लिए मासिक भुगतान की गणना करें और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप अधिक खर्च तो नहीं कर रहे हैं, ध्यान दें। लेट फीस वगैरा से बचें. यह सुनिश्चित करने के लिए हर महीने इसके लिए पैसे को अलग करें।
इंक्रीमेंट का निवेश करें :
क्या आपको दफ्तर में सालाना इंक्रीमेंट मिला है? वेतन में कुछ वृद्धि महंगाई बढ़ने की वजह से आपको पता भी नहीं चलेगी। बावजूद इसके आपको कुछ बचत जरूर हुई होगी। बैंक खाते में मौजूद अधिक नकदी को खर्च हो जाने का मौका ही नहीं दें। इसे तुरंत निवेश कर दें। इस रकम को खर्च होने से पहले अगर आप निवेश कर देंगे तो जिस तरह यह अचानक आया था उसी तरह अचानक चला जायेगा। म्यूचुअल फंड के सिप में या रेकरिंग डिपाजिट में आपको रकम बढ़ा देना चाहिए। अगर अधिक नहीं तो इसमें 10ः की वृद्धि जरूर की जानी चाहिए।
अपने सेविंग अकाउंट को अलग करें :
कई बैंक अकाउंट को मैनेज करना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। यह आपके लिए कन्फ्यूजन भी पैदा करता है। कई बार हालांकि इससे आप अधिक बचत करने में भी सक्षम हो जाते हैं। अपनी बचत और निवेश के साथ खर्च के लिए अलग अकाउंट रखें। बचत और निवेश वाले खाते का डेबिट कार्ड नहीं बनायें। इससे आप हर महीने खर्च का हिसाब भी रख पाएंगे और निवेश के लिए रकम अलग भी निकाल सकेंगे।
निवेश करना शुरू करें
जितनी जल्दी हो सके निवेश करना शुरू करें। यही इसकी कुंजी है जहां आप शुरुआत में लाभ उठा सकते हैं। एक निवेश योजना जिसमें आपको कम जोखिम हो, इसके लिए कई फंड के विकल्प शामिल हैं जहां आप निवेश कर सकते हैं।
लंबे वक्त के लिए योजना बचाएं
आप अपने कई लक्ष्यों को पा सकते हैं, इसके लिए आपको हर महीने बचत करने की आवश्यकता है। लेकिन हर महीने का बचत अपर्याप्त है। आप अपनी जरूरतों को प्राथमिकता देना शुरू करें और अपने लिए और जरुरी चीजों पर ध्यान देना शुरू करें।
गोविन्द शर्मा