आमतौर पर किसी भी व्यक्ति को व्यवसाय में सफल होने के लिए उसके एक से अधिक पक्षों पर ध्यान देना होता है, परंतु एक उद्यमी की सफलता में सीधे तौर पर व्यवसाय से जुड़े पक्षों के अलावा कई ऐसे पक्ष भी जुड़े होते हैं, जिन्हें उसे काम शुरू करने से पहले और काम करते समय लगातार अभ्यास में लाना पड़ता है। एक सफल उद्यमी में मूलभूत ऐसी कौनसी विशेषताएं होनी चाहिये, आइये जानते हैं …
स्व-प्रेरणा या आशावाद एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल है, जो जीवन में कुछ अमूल्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।
ऑक्सफ़ोर्ड डिक्शनरी के अनुसार, प्रेरणा का ‘किसी विशेष तरीके से कार्य या व्यवहार करना’ के रूप में वर्णन किया है। आत्मप्रेरणा, विशिष्ट आवश्यकताओं की पूर्ति और संतुष्टि के लिए व्यक्ति की आंतरिक इच्छा से उत्पन्न प्रेरणा है।
चार तत्व हैं जिनसे मिल कर प्रेरणा बनती हैः
पहल, जिसे उन्होंने ‘अवसरों पर कार्य करने की तैयारी’ के रूप में परिभाषित किया और हासिल करने की, कुछ मानकों को पूरा करने की और सुधार करने की व्यक्तिगत तीव्र इच्छा आशावाद, रूकावटें होने के बावजूद बढ़ते रहने की और लक्ष्य पाने की कोशिश करने की क्षमता प्रतिबद्धता, व्यक्तिगत या संगठनात्मक लक्ष्य। स्व-प्रेरणा या आशावाद एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल है, जो जीवन में कुछ अमूल्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक है। यह संवेगात्मक बुद्धि का भी प्रमुख हिस्सा है, जो व्यक्तिगत कौशल के तीन क्षेत्रों में से एक है, एक कंपनी के कर्मचारी के रूप में आपको निर्देशित करने, मार्गदर्शन करने और प्रेरित करने के लिए वरिष्ठ होते हैं। वह यह सुनिश्चित करेंगे कि कंपनी के वाषि्र्ाक लक्ष्य हासिल किए जाएं। हालांकि एक उद्यमी के तौर पर व्यापार को लाभप्रद तरीके से और कुशलतापूर्णक चलाने के लिए आपको बहुत सारी स्व-प्रेरणा की आवश्यकता होती है। हर दिन हमारा सामना चुनौतियों से होता है। हालांकि, इस सच्चाई से कि कोई ‘बॉस’ नहीं है, जो आपको बताए कि क्या करना है। आपके कंधे पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी आ जाती है। ऐसा समय होगा जब आप काम पर जाने से डरेंगे और ऐसा समय भी होगा जब आपके व्यवसाय का भविष्य निराशाजनक दिखेगा। जब सब कुछ बहुत मुश्किल होता है तब भी सफल होने के लिए खुद को प्रेरित करने की कुंजी है। विशिष्ट लक्ष्यों को निर्धारित करना और सकारात्मक रहना। पूरे व्यापार की लागत की योजना और रणनीति बनाने में इसकी जरूरत होगी। उद्यमिता में स्वयं को प्रेरित करना, व्यापार को चलाने के साथ ही उसे आगे बढ़ाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
उच्च स्व-प्रेरणा के साथ उद्यमी निम्नलिखित को पाने में सक्षम होते हैंः
1. सत्यनिष्ठा 2. अपनी नजरों से लक्ष्य को कभी ओझल न होने देना। 3. जोखिम लेने के लिए और व्यापार से संबंधित जानकारी जानने के लिए तैयार रहना । 4. आलोचना झेलने में सक्षम ग्राहकों के साथ व्यवहार करने में आत्मविश्वास पूर्ण ग्राहकों की जरूरते पूरी करना। 5. कर्मचारियों को प्रेरित रखना। 6. अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेना। सुस्पष्ट सुझाव देने में सक्षम। 7.जो हासिल किया है उस पर गौरवान्वित महसूस करना।
उद्यमिता की दुनिया अपने आप में ही उन सच्चे उद्यमियों के लिए प्रेरणा है, जिनका लक्ष्य जीतना होता है। वह उन घटनाओें, प्रगति या कार्यों से प्रेरित होते हैं, जो उनके विचारों को जीवंत करने में मदद करते हैं। वह कारण जिनकी वजह से वह इतनी मेहनत कर रहे हैं और उनकी परिकल्पना के बारे में खुद को बार-बार याद दिलाने से वह प्रेरित होते हैं। एक सफल उद्यमी और दूसरों के बीच में वास्तविक अंतर यह है कि उनमें पूरे समय आत्म-प्रेरित बने रहने की क्षमता होती है। एक उद्यमी के तौर पर व्यक्ति को सफल होने के लिए खुद पर भरोसा करना चाहिए और प्रेरित रहना चाहिए, क्योंकि आखिरकार उन्हें न सिर्फ खुद को प्रेरित करना है, बल्कि उनकी टीम में दूसरे लोगों को भी प्रेरित करना है।
स्व-प्रेरित होने के लिए निम्नलिखित व्यापक दृष्टिकोण उपयोगी हो सकते हैं –
1. सफल व्यक्तियों से प्रेरणा ले । 2. अपने प्रियजनों और आपकी परवाह करने वाले लोगों के साथ अच्छा समय बिताएं। 3. अपने आप पर विश्वास रखें। 4. ऐसे लोगों से दूर रहे जो आपसे अच्छा व्यवहार नहीं करते या आपको नीचा दिखाते हैं। 5. अपनी उपलब्धियों के लिए खुद को पुरस्कृत करें। 6.नियमित रूप से (दैनिक, साप्ताहिक और वार्षिक भी) लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। 8.स्वस्थ और तंदुरूस्त रहें। अपनी सत्यनिष्ठा और मूल्यों से समझौता न करें। 9. असफल होने पर हार न माने।