वायरल बुखार किसी संक्रमण अथवा किसी अन्य बीमारी के कारण होता है। इसके लिए एंटी बायोटिक्स लेने से बुखार भले ही उतर जाए लेकिन संक्रमण दूर नहीं होता।
बारिश के मौसम में और इसके बाद वायरल फीवर का डर ज्यादा रहता है। वायरल फीवर होने पर गले में दर्द, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द, आंखों का लाल होना, माथे का बहुत तेज गर्म होना, खांसी, थकान, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। वायरल फीवर के नाम से ही समझा जा सकता है कि ये एक व्यक्ति से दूसरे को भी हो सकता है।
जब आपको बुखार होता है, तो इसका अर्थ है कि बीमारी या संक्रमण की प्रतिक्रिया के रूप में आपके शरीर का तापमान बढ़ गया है। विशेषज्ञ इस बात पर सहमत हैं कि बुखार, संक्रमण के प्रति शरीर की कुदरती प्रतिरक्षा का हिस्सा है। गर्मी से शरीर संक्रमण को नष्ट करने का काम करता है। और यह बात समझ लें कि एंटी बायोटिक्स का संक्रमण पर कोई असर नहीं होगा। ऐसे में आप कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं इससे बचाव के कुछ घरेलू नुस्खे –
1. खूब पानी पियें
वायरल की हालत में आपको खूब पानी पीना चाहिये। इसके अलावा जूस और कैफीन रहित चाय का सेवन करें। ज्यादातर फलों में एंटी-आॅक्सीडेंट्स पाये जाते हैं जिनका सेवन करने से आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं। अगर आपको डायरिया या उल्टी की शिकायत है तो इलेक्ट्राॅल का सेवन आपके लिए फायदेमंद होगा। इसके अलावा, नींबू, लैमनग्रास, पुदीना, साग, शहद आदि भी आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
2 तुलसी का इस्तेमाल करें –
तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं जिससे शरीर के अंदर के वायरस खत्म होते हैं। इसलिए एक चम्मच लौंग के चूर्ण में 10-15 तुलसी के ताजे पत्तों को मिलाएं। अब इसे 1 लीटर पानी में डालकर इतना उबालें जब तक यह सूखकर आधा न हो जाए। अब इसे छानें और ठंडा करके हर 1 घंटे में पिएं। ऐसा करने से वायरल से जल्द ही आराम मिलेगा।
3 धनिये की चाय पिएँ –
धनिये में कई औषधीय गुण होते हैं। इसकी चाय बनाकर पीने से भी वायरल में जल्द आराम मिलता है।
4. हल्दी और सौंठ का पाउडर –
सौंठ यानी कि अदरक का पाउडर और अदरक में होते है फीवर को ठीक करने वाले गुण। इसलिए एक चम्मच काली मिर्च के चूर्ण में एक छोटी चम्मच हल्दी, एक चम्मच सौंठ का चूर्ण और थोड़ी सी चीनी मिलाएँ। अब इसे एक कप पानी में डालकर गर्म करें, फिर ठंडा करके पिएँ। इससे वायरल फीवर खत्म होने में मदद मिलेगी।
4 नींबू और शहद –
नींबू का रस और शहद भी वायरल फीवर के असर को कम करते हैं। आप शहद और नींबू का रस का सेवन भी कर सकते हैं।
5. मेथी का पानी पिएँ –
एक कप मेथी के दानों को रातभर भिगों लें और सुबह इसे छानकर हर एक घंटे में पिएँ।
वैद्य महेश चन्द्र शर्मा