अपने व्यक्तिगत जीवन में हम कई बार ऐसे शौक पाल लेते हैं, जो हमारी जिंदगी का हिस्सा बन जाते हैं। लेकिन इनमें से कई आदतें हमारी सेहत पर बेहद हानिकारक प्रभाव डालती हैं। जी हां, जीवन में ऐसी कई आदतों को शामिल कर, हम जानते हुए भी शायद ही कभी विचार करते हों, कि यह शौक या आदत हमारे लिए फायदेमंद है, या नुकसान दायक। आइए, जरा एक बार नजर डालते हैं, कि आप कब, कहां और कैसे, किन आदतों के शिकार हैं। उम्र के पहले पड़ाव यानि बचपन से शुरू करते हैं।
1 चाॅकलेट – बचपन में हर कोई चाॅकलेट बिस्किट जैसी चीजें खाता है, लेकिन अधिक चाॅकलेट खाने से छोटी उम्र में ही दांत खराब होने से लेकर भोजन में रूचि न होने जैसी समस्याएं होती है। इसीलिए हमें बच्चों की इन आदतों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्हें छोटी- छोटी उपलब्धियों पर चाॅकलेट दें, न कि यह प्रतिदिन उनके जीवन का हिस्सा हो।
2 बर्गर- पिज्जा- बच्चों से लेकर स्कूल व काॅलेज स्टूडेंट्स में पिज्जा बर्गर का क्रेज सबसे अधिक होता है। लेकिन यह क्रेज एक ऐसे शौक में तब्दील हो जाता है, जिसकी हमें आदत हो जाती है। कभी कभार या कुछ महीनों में पिज्जा और बर्गर खाना ठीक है, लेकिन आए दिन इनका सेवन हमारे शरीर और पाचन तंत्र के लिए बेहद हानिकारक है। और तो और जब भी पिज्जा या बर्गर खाने जाते हैं, तो साथ में पानी की जगह कोका-कोला या पेप्सी जैसे पेय पदार्थों का उपयोग होता है, जो कभी भी सेहत के लिए ठीक नहीं रहे, बल्कि इससे मोटापे के अलावा लीवर में भी समस्या होती है।
3 अचार का सेवन- भोजन के साथ हमेशा सलाद का सेवन तो फायदेमंद है, लेकिन हमेशा अचार खाने का सौदा महँगा साबित हो सकता है।अचार जैसी चीजें केवल तब उपयोग होनी चाहिए जब भोजन का स्वाद बढ़ाना हो, या भोजन अरुचिकर लग रहा हो। हर मौसम में प्रतिदिन इसे खाना, अम्लता को बढ़ाता है। जो अचार बाजार से खरीदे गए होते हैं, उनमें सिरका, साइट्रिक एसिड आदि मिला होता है जिनका अधिक सेवन बेहद नुकसान दायक हो सकता है।
4 चाय या काॅफी- बहुत अधिक थक जाने पर या अच्छे मौसम में चाय या काॅफी पीना अलग बात है, लेकिन यदि आप अपने शौक के चलते इसका अधिक सेवन करते हैं, तो यकीन मानिए, यह शौक आपके लिए ठीक नहीं है। चाय या काॅफी का अत्यधिक सेवन आपकी भूख को मार देता है, और इसके कारण भोजन का पाचन भी ठीक से नहीं होता। यही नहीं, मधुमेह और पेट संबंधी रोगों में इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए।
5 बाम या विक्स का प्रयोग – कुछ लोगों की आदत होती है, कि बगैर सर्दी या सरदर्द के वे बाम या विक्स का प्रयोग करते हैं। कुछ लोगों को प्रतिदिन सोने से पहले सर पर बाम लगाने की आदत होती है। इसके पीछे उनका तर्क होता है, कि ऐसा करने से नींद अच्छी आती है। लेकिन असल में यह आदत आपकी लत है, जो आपको नींद लेने के लिए बाम या विक्स पर निर्भर बना रही है।
6 धूम्रपान- जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शौक और आदतों में भी बदलाव आता है। ऐसे में कई बार सिगरेट, शराब, पान, गुटका आदि के शुरूआती शौक, आदत में शुमार होकर हमारे शरीर को खराब कर उसे निष्क्रिय कर देते हैं, हमें पता भी नहीं चलता। लेकिन आने वाले दिनों में इनके दुष्परिणाम सामने आने लगते हैं।
प्रतिमा सामर