अहिंसा, संयम और तप ही धर्म है। जैन पंथ के 24वें तीर्थकर महावीर स्वामी का कहना था कि जो धर्मात्मा है, जिसके मन में सदा धर्म रहता है, उसे देवता भी नमस्कार करते हैं। उन्होंने लोगों को सत्य और अ... Read more
भारतीय नव वर्ष इस बार मंगलवार से आरंभ हो रहा है, इसलिए नए सम्वत् के स्वामी मंगल होंगे। इस संवत्सर का नाम क्रोधी है और वर्ष 2081 है। हिंदू नव वर्ष के पहले दिन से ही चैत्र नवरात्रि पर्व शुरू ह... Read more
होली भारतीय संस्कृति की पहचान का एक पुनीत पर्व है। होली एक संकेत है वसंतोत्सव के रूप में ऋतु परिवर्तन का। एक अवसर है भेदभाव की भावना को भुलाकर पारम्परिक प्रेम और सदभावना प्रकट करने का। एक सं... Read more
दीपावली जन-मन की प्रसन्नता, हर्षोल्लास एवं श्री-सम्पन्नता की कामना के महापर्व के रूप में मनाया जाता है। सांस्कृतिक, सामाजिक, आध्यात्मिक आदि समस्त उदात्त भावनाओं की दृष्टि से दीपावली का पर्व... Read more
शिक्षक विद्यार्थियांे के जीवन के वास्तविक कुम्हार होते हैं। जो न सिर्फ हमारे जीवन को आकार देते हैं बल्कि हमें इस काबिल बनाते हैं कि हम पूरी दुनिया में अंधकार होने के बाद भी प्रकाश की तरह जलत... Read more
विश्व की सबसे प्राचीन कालगणना के आधार पर ही महाराज विक्रमादित्य ने चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन को विक्रमी संवत के प्रारंभ के लिए चुना था। इस दिन को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामचंद्र के राज्य... Read more
होली का पर्व बहुआयामी है। इस दिन समाज से ऊँच-नीच, गरीब-अमीर जैसी विभाजक भावनाएँ विलुप्त हो जाती हैं। यह पर्व खेती-किसानी से भी जुड़ा है इसीलिए तो जलती होली में गेहूँ की बालियों को भूनने का मह... Read more
शिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का एक महान् पर्व है। दक्षिण भारतीय पंचांग (अमावस्यान्त) के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को यह पर्व मनाया जाता है। वहीं उत्तर भारतीय पंचांग (पूर्णिम... Read more
भारतीय गणना के अनुसार वर्ष भर में पड़ने वाली छह ऋतुओं (वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर) में वसंत को ऋतुराज अर्थात् सभी ऋतुओं का राजा माना गया है। पंचमी से वसंत ऋतु का आगमन हो जाता है,... Read more
सुभाष चंद्र बोस को असाधारण नेतृत्व कौशल और करिश्माई वक्ता के साथ सबसे प्रभावशाली स्वतंत्रता सेनानी माना जाता है। उनके प्रसिद्ध उद्घोष हैं- ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा’, ‘जय हिं... Read more