सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था। गुरु नानक देव जी की जयंती को देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कार्तिक पूर्णिमा को प्रकाश पर्व के रूप में... Read more
रेडिओ और सूक्ष्म तरंगों पर अध्ययन करने वाले जगदीश चन्द्र बसु (बोस) पहले भारतीय वैज्ञानिक थे। विभिन्न संचार माध्यमों, जैसे- रेडियो, टेलीविजन, रडार, सुदूर संवेदन यानी रिमोट सेंसिंग सहित माइक्र... Read more
शिक्षक विद्यार्थियांे के जीवन के वास्तविक कुम्हार होते हैं। जो न सिर्फ हमारे जीवन को आकार देते हैं बल्कि हमें इस काबिल बनाते हैं कि हम पूरी दुनिया में अंधकार होने के बाद भी प्रकाश की तरह जलत... Read more
भगवान महावीर का जन्म किसी अवतार का पृथ्वी पर शरीर धारण करना नहीं है, नारायण का नर शरीर धारण करना नहीं है, नर का ही नारायण हो जाना है। साधना की सिद्धि परमशक्ति का अवतार बनकर जन्म लेने में अथव... Read more
महात्मा ज्योतिराव गोविंदराव फुले 19 वीं सदी के एक महान् भारतीय विचारक, समाज सेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी कार्यकर्ता थे। महात्मा ज्योति बा फुले का पूरा जीवन क्रांति से भरा था। उन्हों... Read more
विश्व की सबसे प्राचीन कालगणना के आधार पर ही महाराज विक्रमादित्य ने चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन को विक्रमी संवत के प्रारंभ के लिए चुना था। इस दिन को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामचंद्र के राज्य... Read more
होली का पर्व बहुआयामी है। इस दिन समाज से ऊँच-नीच, गरीब-अमीर जैसी विभाजक भावनाएँ विलुप्त हो जाती हैं। यह पर्व खेती-किसानी से भी जुड़ा है इसीलिए तो जलती होली में गेहूँ की बालियों को भूनने का मह... Read more
भारत को स्वतंत्रता दिलानें में शहीदों व बलिदानियों का बहुत बड़ा योगदान है। सरदार भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव ने अपनी दृढ़ता एवं स्वतंत्रता के प्रति निश्चय से ओतप्रोत होकर फाँसी के फंदे को चूमा।... Read more
शिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का एक महान् पर्व है। दक्षिण भारतीय पंचांग (अमावस्यान्त) के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को यह पर्व मनाया जाता है। वहीं उत्तर भारतीय पंचांग (पूर्णिम... Read more
भारतीय गणना के अनुसार वर्ष भर में पड़ने वाली छह ऋतुओं (वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर) में वसंत को ऋतुराज अर्थात् सभी ऋतुओं का राजा माना गया है। पंचमी से वसंत ऋतु का आगमन हो जाता है,... Read more