मुलहट्ठी स्वाद में मीठी होने के साथ-साथ कई औषधि गुणों से भरपूर है। इसके सेवन से न सिर्फ खाँसी में आराम मिलता है बल्कि इसके कई फायदे भी हैं। इसका इस्तेमाल आँखों के रोग, मुँह के रोग, गले के रोग, दमा, दिल के रोग, घाव के उपचार के लिए सदियों से किया जा रहा है। आइए, जानते हैं मुलहट्ठी के फायदों के बारे में..
- अगर आप सूखी खाँसी या गले की समस्याओं से परेशान हैं, तो मुलहट्ठी आपके काम की चीज है। काली मिर्च के साथ पीस कर मुलहट्ठी का सेवन, सूखी खाँसी में तो लाभकारी है ही, साथ ही इसे चूसने या उबालकर सेवन करने से गले की खराश, दर्द आदि में भी लाभ होता है।
- मुलहट्ठी चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करती है। इसे घिसकर लगाने पर चेहरे के दाग और मुँहासे ठीक हो जाते हैं, साथ ही यह आपकी त्वचा को जवाँ बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मुलहट्ठी रक्त को भी शुद्ध करती है जिससे त्वचा की समस्याएँ नहीं होती।
- दूध के साथ मुलहट्ठी का सेवन शरीर की ताकत में वृद्धि करता है। इसके अलावा घी व शहद के साथ मुलहट्ठी का प्रयोग करने से हृदय से संबंधित समस्याएँ नहीं होती।
- मुँह में छाले हो जाने की स्थिति में मुलहट्ठी चूसना, इसके पानी से कुल्ला करना और उसे पीना बहुत जल्दी छालों से राहत देता है। साथ ही मुलहट्ठी आवाज को मधुर और सुरीली बनाने के लिए भी उपयोग की जाती है।
- पेट के अल्सर में मुलहट्ठी का सेवन ठंडक देने के साथ ही लाभप्रद होता है। आंत की टीबी होने की स्थिति में भी मुलहट्ठी फायदेमंद उपाय है।
- त्वचा या शरीर में कहीं जल जाने पर भी मुलहट्ठी के चूर्ण और मक्खन का लेप एक कारगर उपाय है, साथ ही यह आँखों की रोशनी में भी वृद्धि करती है।
वैद्य महेश चन्द्र शर्मा भिषगाचार्य